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माता वैष्णो देवी के यात्रा मार्ग पर आए भूस्खलन में 33 श्रद्धालु की मौत, हादसे पर पीएम मोदी ने जताया दुख

जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के रास्ते पर मंगलवार को भूस्खलन की घटना में अब तक 33 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा लगभग 20 लोग घायल भी हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर साझा किए गए अपने संदेश में कहा कि वैष्णो देवी मार्ग पर हुए भूस्खलन के कारण हुई जनहानि दुखद है।

उन्होंने आगे लिखा कि मेरी गहरी संवेदनाएं शोकग्रस्त परिवारों के साथ हैं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि घायल शीघ्र स्वस्थ हों। प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की मदद में लगा हुआ है। मैं सभी की सुरक्षा और भलाई की कामना करता हूं।

मंगलवार को माता वैष्णो देवी के रास्ते में भूस्खलन होने से अभी तक 33 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं। इसके बाद जम्मू की ओर जाने वाली 22 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि 27 ट्रेनों को रोकना पड़ा है।

जम्मू डिविजन में आज स्कूल और सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे। इस क्षेत्र में बहने वाली तीन प्रमुख नदियां खतरे के स्तर तक बढ़ गई हैं। मौसम विभाग ने अगले 40 घंटे में जम्मू संभाग में भारी बारिश की संभावना जताई है। बसंतर, तवी और चिनाब नदियों का जल स्तर चेतावनी संकेत पर है। अधिकारियों ने लोगों से नदी किनारे और बाढ़ प्रभावित इलाकों से दूर रहने की सख्त हिदायत दी है।

NDRF की राहत और बचाव दल C-130 और IL-76 विमान जम्मू पहुंच चुके हैं। चिनूक और Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर जम्मू, उधमपुर, श्रीनगर और पठानकोट समेत आसपास के क्षेत्रों में तैनाती के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर लगातार बचाव और राहत कार्यों के लिए उड़ान भर रहे हैं।

जम्मू शहर के प्राचीन पीरखो मंदिर के आसपास का क्षेत्र मलबे से भर गया है। भारी बारिश की वजह से कई वाहन मलबे में फंस गए हैं। जम्मू रीजन की सभी नदियां खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं, जिसमें तवी और चिनाब नदियां उफान पर हैं।

जम्मू-कश्मीर के रामबन, एसएसपी ट्रैफिक NHW, राजा आदिल हामिद ने बताया कि पिछले दो दिनों से लगातार बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। जम्मू-श्रीनगर हाईवे समेत अन्य मार्गों पर भी पत्थरों और मलबे के चलते रास्ते बंद हो गए हैं। खासकर जम्मू से चेनानी जाने वाले मार्ग और उधमपुर के देवल इलाके में भी भूस्खलन हुआ है। अभी पूरे इलाके की स्थिति स्पष्ट नहीं है, क्योंकि मोबाइल नेटवर्क बाधित है। उन्होंने सभी यात्रियों से अपील की है कि NH-44 पर सड़क साफ़ होने तक अपनी यात्रा को स्थगित करें और जोखिम न उठाएं।

जम्मू में भारी बारिश का असर सिर्फ वैष्णो देवी रूट तक सीमित नहीं रहा। शहर के कई इलाकों में भारी पानी जम गया और नुकसान हुआ। जम्मू सिटी में पिछले 24 घंटों में 320 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, वहीं उधमपुर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई। सिर्फ 12 घंटों में उधमपुर में 540 मिलीमीटर पानी गिरा, जो कि दिल्ली में पूरे साल होने वाली बारिश का लगभग 70% है।

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