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अंतरिक्ष से लौटे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की वापसी

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी से लखनऊ में उनके परिवार और शुभचिंतकों में खुशी की लहर है। 20 दिन के ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा के बाद जब एक्सिओम-4 मिशन दल ड्रैगन अंतरिक्ष यान से प्रशांत महासागर में उतरा, तो लखनऊ स्थित उनका घर रोशनी और भावनाओं से भर गया। माता-पिता, बहन और सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के शिक्षक-छात्रों ने इस अद्भुत क्षण को गर्व और भावुकता से मनाया। हरिद्वार से लेकर लखनऊ तक शुभकामनाओं की बाढ़ आ गई।

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक्सिओम स्पेस और नासा के सहयोग से आयोजित अंतरराष्ट्रीय मिशन में भाग लेने वाले चार अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल थे। यह मिशन 18 दिनों तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर चला, जहां वैज्ञानिक अनुसंधान, तकनीकी प्रयोग और मानव व्यवहार के अध्ययन किए गए। उनकी वापसी न केवल भारतीय वायुसेना बल्कि देश के लिए गर्व का क्षण है। लखनऊ स्थित उनके घर को दीपों से सजाया गया और पूरे मोहल्ले में मिठाइयां बांटी गईं।

शुक्ला की मां ने मीडिया से बात-चीत करते हुए कहा कि बेटा हमारा सुकशल लौट आया इसके लिए बहुत-बहुत धन्यबाद, साथ ही उन्होंने माडिया का भी धन्यबाद बोलते हुए कहा कि आप लोगों का भी बहुत-बहुत धन्यवाद की आपने पूरी दुनियां को दिखाया कि कैसे हमारा बेटा गया और कैसे लौटा आपने सब कुछ दिखाया।

परिवार ने लैंडिंग के लिए की थी रातभर पूजा-अर्चना
शुभांशु शुक्ला की बहन शुचि मिश्रा ने बताया कि भाई की वापसी की खबर से पूरा परिवार भावुक था। “मैं पूरी रात सो नहीं पाई। हमने पूरे दिन पूजा की और हर क्षण भगवान से प्रार्थना करते रहे।” उनकी मां आशा शुक्ला ने कहा, “यह हमारे जीवन का सबसे बड़ा दिन है। जब बेटा धरती पर वापस आया तो हमारी आंखें भर आईं।” उनके पिता शंभू दयाल शुक्ला ने भी इस क्षण को अपने जीवन का सबसे गौरवपूर्ण बताया।

हरिद्वार से भी मिली आशीर्वाद की ऊर्जा, स्कूल में दिखा गर्व
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने शुभांशु की सुरक्षित वापसी के लिए विशेष प्रार्थना की थी। वहीं, लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल में छात्रों और शिक्षकों ने उनके लिए पोस्टर, शुभकामनाएं और गीतों के साथ स्वागत की तैयारियां कीं। स्कूल प्रबंधन ने इस घटना को छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए एक विशेष सभा भी आयोजित की।

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