
नरहरपुर l ग्राम – सुरही सरस्वती शिशु मंदिर सुरही में पूरे उत्साह और विधि विधान के साथ गुरु पूर्णिमा का उत्सव परंपरागत तरीके से मनाया विद्यालय के प्रधानाचार्य तिहारूराम मरकाम के द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता के चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्वलित कर ध्वजारोहण किया गया व पूजा के पश्चात संघगीत सभी लोगों व आचार्य के मध्यम से हुआ।
साथ ही सभी लोगों के द्वारा एवं आचार्य ने भी गुरु पूजा कर समर्पण भी किया। प्राचीन काल से गुरु व शिष्य की परंपरा गुरु पूर्णिमा के महत्व के बारे में बताते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य तिहारूराम मरकाम ने कहा कि जीवन में गुरु का स्थान सर्वोपरि है। गुरु हमारे मार्ग को प्रशस्त करते हैं । हमें सही दिशा में चलने के लिए प्रेरित करते हैं। माता-पिता भी हमारे गुरु हैं। उनका आदर और सम्मान निश्चित रूप से होने चाहिए।
विद्यालय में आचार्य- के द्वारा हमें ज्ञान की प्राप्ति होती है। हमें अच्छे संस्कार और अच्छे व्यवहार मिलते हैं। गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाले होते हैं। गुरु के बिना ज्ञान प्राप्ति संभव नहीं है बताया,साथ ही आचार्य उमेश मंडावी ने भी गुरु की महत्ता के बारे में जानकारी प्रदान की। लीना देहारी ने भी इस अवसर पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
मंच संचालन पवन नेताम आचार्य ने किया। मौके पर प्रधानाचार्य तिहारूराम मरकाम, उमेश मंडावी, पवन नेताम, लीना देहारी,रामभरोश कोड़ोपी, अनिता मरकाम,रेखा नेताम, छबिलाल कुंजाम लाकेश्वरी कुंजाम,टेश्वर निषाद व विद्यालय के समस्त जन उपस्थित थे।