
सीजीएमएससी घटिया दवाओं सप्लाई रोकने में नाकाम, सरकार को मरीजों की जान की परवाह नहीं-सूरज उपाध्याय
रायपुर । आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने प्रदेश की खस्ताहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और भाजपा सरकार के आम जनता स के स्वास्थ्य के प्रति गैरजिमेदार रवैये पर कहा है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को चौपट कर दिया है। वे बताते हैं कि प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अंबेडकर अस्पताल में टूटी हुई हड्डियों, दुर्घटनाओं में फ्रैक्चर, गंभीर चोटों और कैंसर के रोगियों को सर्जरी के लिए एक या दो दिन नहीं बल्कि 15 से 20 दिन तक इंतजार करना पड़ता है। कई बार मरीजों को ऑपरेशन थियेटर में ले जाने के बाद वापस लाया जाता है। इससे गंभीर रोगियों की जान का जोखिम बढ़ जाता है। इसी मामले में मई 2025 में बिलासपुर हाईकोर्ट ने प्रदेश की राजधानी रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं पर संज्ञान लिया था। मरीजों को हो रही परेशानी को मीडिया रिपोर्ट के माध्यम से संज्ञान लेकर स्वास्थ्य सचिव से कोर्ट ने जवाब मांगा था। जिस पर अब तक सरकार द्वारा जवाब पेश नहीं किया जा सका।
प्रदेश महासचिव वदूद आलम ने बताया कि अस्पतालों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है ताज़ा मामला चिरमिरी का है जहां स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से जिला अस्पताल में बारिश का पानी भर गया बावजूद अस्पताल प्रबंधन छत से बारिश के पानी को घुसने से रोकने को लेकर कोई प्रयास नहीं कर रहा है, लैब, बरामदा सहित अन्य कमरों में पानी भरने से मरीज और स्टाफ हलाकान हो रहें हैं। उन्होंने कहा कि हर साल बरसात में राज्य में ज्यादातर जगह पर डेंगू बुखार का प्रकोप विकराल हो जाता है बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग आने वाले बरसात के लिए उचित साफ सफाई व्यवस्था ध्यान नहीं दे रही है जिससे इस साल भी डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ेगी।
प्रदेश संगठन महामंत्री जसबीर सिंग ने कहा कि प्रदेश के इकलौते सरकारी हार्ट हास्पिटल में 4 महीने से बायपास, ओपन हार्ट सर्जरी बंद है। इस वजह से अब तक 2 मरीजों की मौत हो चुकी है। 8 मरीज ऑपरेशन के इंतजार में अस्पताल में पड़े हैं। उनके परिजन को प्रबंधन दिलासा दे रहा है कि कुछ दिन और इंतजार करो, जल्द ऑपरेशन किया जाएगा। अम्बेडकर अस्पताल के एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) का है। बायपास और ओपन हार्ट सर्जरी के लिए जो वेंडर सामान की सप्लाई करता था, उसका भुगतान दो साल से नहीं हुआ है। यही वजह है कि वह एवीजी किट, वाल्व जैसे जरूरी सामान तक अस्पताल में नहीं है। अस्पताल में गन्दगी और बदबू से बुरा हाल है।
प्रदेश सोशल मीडिया और मीडिया प्रभारी, मुख्य प्रवक्ता सूरज उपाध्याय ने कहा कि राज्य के बलरामपुर जिला अस्पताल की हालत खस्ता है,सोनोग्राफी मशीने ख़राब हैं अस्पताल में मौजूद उपकरण धूल खा रहें हैं और जिम्मेदार अधिकारी ऑंखें बंद कर बैठे हैं मरीज बेहाल और शासन के रवैये से नाराज हैं। अमूमन यही स्थिति राज्य से सभी बड़े सरकारी अस्पतालों की है। प्रदेश में सीजीएमएससी विभाग कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है, छत्तीसगढ़ के अनेक सरकारी अस्पतालों में घटिया इंजेक्शन की सप्लाई हो रही है जिससे मरीजों की जान का खतरा बना हुआ है। और खून को गाढ़ा करने वाले और खून को पतला करने वाले इंजेक्शन की भी घटिया सप्लाई सरकारी अस्पताल में की जा रही है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मिहिर कुर्मी कहतें हैं कि कुछ दिन पूर्व ही रायपुर के बिरगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूता की इलाज के भाव में मौत हो गई थी। इस घटना से विभाग ने अभी तक कोई सबक नहीं लिया है मंजर यह है कि अभी भी उस स्वास्थ्य केंद्र में रात में डॉक्टर नदारद रहते हैं। राजधानी रायपुर में सरकारी अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में सीबीसी जैसी सामान्य जांचे भी नहीं हो पा रहीं हैं, जिससे मरीजों को इलाज के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ रहा है।
आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ राज्य की साय सरकार से आग्रह करती है कि आम जनता की स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता में रख कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी करें, अन्यथा आम आदमी पार्टी जल्द ही जनता के हक़ के लिए सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगी।