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क्रेडिट कार्ड यूजर्स को बड़ा झटका, SBI और HDFC बैंक ने नियमों में किए ये बदलाव

दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक और एचडीएफसी समेत कई अन्य प्रमुख बैंकों ने क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव किया है। ये बदलाव जुलाई और अगस्त में अलग-अलग तारीखों से लागू होंगे। अगर आप भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो आपको भी इन नियमों को जानना और समझना बेहद जरूरी है। बैंक द्वारा किए जा रहे इस बदलाव में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि क्रेडिट कार्ड के साथ मिलने वाले एक करोड़ रुपये के हवाई दुर्घटना बीमा कवरेज को बंद किया जा रहा है। नए नियमों के तहत बैंकों ने क्रेडिट कार्ड के साथ मिलने वाली सुविधाओं में कटौती की है। इसके सात ही कई तरह की शुल्क में भी बढ़ोतरी की है या उसमें नया शुल्क जोड़ दिया है।

– वहीं, बैंकों ने क्रेडिट कार्ड से भुगतान पर मिलने वाले रिवार्ड प्वाइंट से जुड़े नियमों में भी बदलाव किया है और एक लिमिट के बाद खर्च करने पर चार्ज लगाने का प्रावधान भी किया गया है। नए नियमों के तहत क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले लोगों पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा।
इन कार्ड पर भी नहीं मिलेगा बीमा का लाभ

– यूको बैंक एसबीआई कार्ड इलीट, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया एसबीआई कार्ड इलीट, पीएसबी एसबीआई कार्ड इलीट, केवीबी एसबीआई कार्ड इलीट, केवीबी एसबीआई सिग्नेचर कार्ड और इलाहाबाद बैंक एसबीआई कार्ड इलीट कार्ड पर एक करोड़ और पांच लाख रुपये का हवाई दुर्घटना बीमा 11 अगस्त से बंद होगा।
एक जुलाई से लागू होंगे HDFC बैंक के नए नियम

– कंज्यूमर कार्ड से 50 हजार से अधिक खर्च करने पर एक प्रतिशत का चार्ज देना होगा।
बिजनेस कार्ड से 75 हजार से अधिक का मासिक खर्च पर शुल्क के रूप में एक प्रतिशत देना होगा।
रिवार्ड प्वाइंट की लिमिट भी तय कर दी गई है।
पेटीएम, मोबिक्विक, फ्रीचार्ज, ओला मनी जैसे थर्ड पार्टी वॉलेट में 10, 000 से अधिक मासिक लोडिंग पर एक प्रतिशत चार्ज लगेगा, जो अधिकतक 4,999 रुपये तक होगा।
ऑनलाइन स्किल-बेस्ट गेमिंग पर अब एक फीसदी फीस लगाई जाएगी।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर गेम खेलने पर 10 हजार रुपये प्रति महीने से अधिक खर्च करने पर एक प्रतिशत चार्ज देना होगा।
वॉलेट लोडिंग पर भी एक फीसदी शुल्क लगेगा।
अन्य बैंक नियमों में कर सकते हैं बदलाव

– प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक एसबीआई और निजी क्षेत्र के प्रमुख बैंक एचडीएफसी द्वारा क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियमों में बदलाव किए जाने का असर अन्य बैंकों पर भी देखने को मिलेगा। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि बाकी बैंक भी जल्द ही क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियमों में बदलाव कर कुछ अतिरिक्त सुविधाओं को हटाएंगे, तो वहीं अतिरिक्त चार्ज लगाने का भी नियम लगा सकते हैं।

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