
नई दिल्ली: वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव का असर आज सोने के कीमतों में देखने को मिला। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना 11 रुपये गिरकर 99,098 पर कारोबार कर रहा है। वहीं, चांदी की कीमतों में तेजी देखी गई। सिल्वर 270 रुपये की बढ़ के साथ 1,06,494 पर पहुंच गया है। यहां सबसे दिलचस्प बात ये यह है कि वैश्विक अस्थिरता के बावजदू भी सोने और चांदी की कीमतों में कोई खास तेजी देखने को नहीं मिल रही है। सोना लगभग 3380 डॉलर और चांदी 36 डॉलर के स्तर पर स्थिर है। भारत भी इस संकट पर अपना नजर बनाया हुआ है।
पिछले हफ्ते सोना खरीदारों के लिए अच्छी खबर थी, जिससे सोने के दाम एक बार फिर 99,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के नीचे आ गए। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 24 कैरेट सोने का भाव 98,691 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि, पिछले हफ्ते सोमवार को यह 99,058 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा था, जो कि सोने की कीमत में 367 रुपये की कमी को दर्शाता है।
18 कैरेट सोने का भाव
वहीं, 22 कैरेट सोने का दाम कम होकर 90,404 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है, जो कि पहले 90,737 रुपये था। इसके अलावा 18 कैरेट सोने की बात करें तो यह 74,294 रुपये प्रति 10 ग्राम से घटकर 74,018 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। वहीं, समीक्षा अवधि में चांदी की कीमत 608 रुपए बढ़कर 1,06,775 रुपए प्रति किलो हो गई है, जो कि पहले 1,06,167 रुपए प्रति किलो थी। 18 जून को चांदी ने 1,09,550 रुपए प्रति किलो का ऑल-टाइम हाई बनाया था।
देश के महानगरों में सोने का भाव
आर्थिक राजधानी मुंबई में जहां 24 कैरेट सोना कोलकाता, चेन्नई और हैदराबाद की तरह 1,00,740 रुपये प्रति 10 ग्राम बिक रहा है, तो वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना 1,00,890 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा है। मुंबई में 22 कैरेट सोना कोलकाता, बेंगलुरू, चेन्नई और हैदराबाद की तरह 92,340 रुपये पर बिक रहा है तो वहीं 22 कैरेट सोना दिल्ली में 92,490 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा है।
कैसे तय होता है सोने का भाव?
गौरतलब है कि सोने और चांदी के भाव कई सारे फैक्टर से तय किए जाते हैं। इसमें एक्सचेंज रेट, डॉलर की कीमतों में उतार-चढ़ाव, क्रूड ऑयल और सीमा शुल्क को शामिल किया जाता है। इसके साथ ही, भारतीय समाज में सोना को संपन्नता का प्रतीक भी माना जाता है। देश में किसी भी शादी-ब्याह या फिर पर्व-त्योहार में सोना काफी शुभ माना जाता है। इसके अलावा, वैश्विक उथल-पुथल का भी सोने की कीमतों पर सीधा असर देखने को मिलता है। निवेशक इसमें निवेश करना किसी अन्य की तुलना में इसलिए सबसे ज्यादा मुफीद समझते हैं क्योंकि इसमें रिस्क काफी कम रहता है। वर्तमान समय में चीन समेत दुनिया के कई देश अपने सोने के भंडार को बढ़ाने में लगे हुए हैं।